SEO क्या है? इसका इस्तेमाल कैसे करें?

SEO के बारे में आपने बहुत सुना होगा, लेकिन क्या आपको पता है SEO क्या है? इसे कैसे इस्तेमाल करते हैं? यदि आप Blogging की दुनिया में नए है, तो ये सवाल आपके लिए उलझन भरा सा हो सकता है. आज Internet पर लाखों एक सामान जनकारियां उपलब्ध है, लेकिन कुछ चुनिदा जानकारियों को आपके समक्ष रखा जाता है, वजह ये है कि उन्ह जानकारियों में SEO का बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया होता है.

Internet एक ऐसी दुनिया है, यहाँ आप करोड़ों लोगों के सामने Video या Contents का सहारा लेकर उपस्थित हो सकते हैं, लोगों के साथ परिवर्तन हेतु अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपकी जानकारी भी Search के पहले पेज पर आनी चाहिए तभी लोग आपको जान पाएंगे, 100% में से 5.9% लोग ही Google search engine के दूसरे या तीसरे Page पर जाते हैं. 

SEO kya hai?

दोस्तो Search Engine के पहले पेज पर आने के लिए SEO का इस्तेमाल किया जाता है, इसी लिए इसका नाम Search Engine Optimize  रक्खा गया है, यही seo meaning है. यदि आप अपने लेख में ज्यादा से ज्यादा SEO का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो Search Engine को ये समझने में मुश्किल नहीं होगी कि आपके लेख में किस Query के बारे में जानकारी है.

यदि आप Blogging में Career चाहते हैं, तो आपको SEO tutorial की अधिक से अधिक जानकारी रखनी चाहिए, SEO के rules क्या हैं इस बात से कोई विशेष कारण नहीं जुड़ा, Google Algorithms के नियम समय और परिवर्तन के हिसाब से Change होते रहते हैं.

ऐसा नहीं है, कि मैं SEO Expert हूँ, SEO में एक्सपर्ट होना किसी के बस की बात नहीं है, क्योंकि अभी तक तो कोई SEO पर mastery नहीं कर पाया, आगे का कुछ पता नहीं.  मैंने जितना जाना है उस हिसाब से आपको बताऊंगा कि SEO क्या है, इसे कैसे इस्तेमाल करें? साथ ही आप समझ पाएंगे, what is search engine optimization ताकि पोस्ट लिखते समय आपको इसका भरपूर ज्ञान हो.

SEO में सबसे जरूरी बात है, खुद को अपडेट रखना यदि आप blogger हैं ये आपके लिए जरूरी है. इसके लिए आपको Google SEO guide का सहारा लेकर trends keyword के हिसाब से बदलाब करते रहना होगा, जिससे आपके blogger या आपकी Post को रैंक मिल सके. WordPress SEO काफी आसान है, Yoast SEO Plugin की मदद से आप बेहतर ढंग Post को SEO कर सकते हैं लेकिन Yoast SEO for blogger अभी ऑफिसियल तरीके से Provide नहीं किया जाता है. लेकिन Yoast SEO Premium की मदद से आपके लिए ये काफी आसान है.

Preview article में हम ने जाना था, how to earn money with zero investment जिसमे आपको बताया गया था, कि किस तरह आप Blogging, Blog, Blogger आदि प्लेटफार्म की मदद online earning कर सकते हैं. अब हम जाने गे SEO क्या है, इसे कैसे इस्तेमाल करें. क्योंकि बिना SEO की मदद के आप आगे नहीं बढ़ सकते.

mera-bharat.online में आपको आपके काम की काफी जानकारी मिल सकती है, जो आपको अपने blog को success बनाने में काफी मदद कर सकती हैं. लेकिन blog बनाना या जानकारी post करना इन सबसे जरूरी Search Engine Optimize है, जिसके माध्यम से आप अपने blogger को Rank करवा सकते हैं, इसी लिए आज हम SEO की जानकारी लेकर आये हैं, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन क्या है और ये Blog के लिए क्यों जरुरी  है? ये सब जानकारी आपको मिलने वाली है.

SEO क्या है - What is SEO? 

SEO या Search Engine Optimization ये एक ऐसी तकनीक है, जिसके माध्यम से Google Search, Bing Search Engine आदि हमारी जानकारी लोगों की Query अनुसार समझते हैं और उनके सामने रखते है. विश्व के प्रसिद्ध Search Engine जैसे Google Search, Yahoo Search, Ask Search Engines पर अपने Blog की Posts को पहले #1Rank पर लाने के लिए हमें SEO की मदद लेनी पड़ती है.  

जब आप Google में कुछ सर्च करते हैं, तो उससे सबंधित काफी जानकारियाँ हमारे सामने आती हैं, ये जानकारियां अलग अलग साइट्स से हमें प्रोविडे की जाती हैं, लेकिन जो सबसे ऊपर यानि पहले स्थान पर हमें जानकारी दी जाती है, उस जानकारी को उस स्थान पर लाने में सबसे बड़ा योगदान SEO का ही होता है. ये तभी संभव है, जब पोस्ट को SEO करके लिखा जाए तो ये रैंक होने के योग्य हो जाती है.

जब किसी ब्लॉग की पोस्ट रैंक होती है तो उस पर organic traffic की सम्भावना अधिक बढ़ जाती है, जिसके कारण Blog/Website Popular होने लग जाते हैं, जिन पोस्ट्स में SEO का सही तरीके से इस्तेमाल किया जाता है, वह पोस्ट featured snippets में अपना स्थान बना लेती हैं. इससे विसिटोर्स बढ़ (Visitor's Increase) जाते है. यानि SEO visitors को बढ़ाने के लिए उपयोगी है.

ज्यादातर यूजर गूगल सर्च रिजल्ट्स के पहले आप्शन को ही चूज करते है, यदि आपकी साईट या आपका ब्लॉग रैंक में है, तो आपके ब्लॉग के प्रति लोगो का विश्वास बढ़ जायेगा, इससे बार बार लोग के आने से आपके blogger या आपकी वेब साईट की लोक प्रियता बढ़ेगी. तो आप समझ चुके हैं, कि SEO क्या है?

SEO कैसे इस्तेमाल करें?

SEO का इस्तेमाल करते समय हमें कुछ ट्रिक्स को ध्यान में रखना होता हैं, जैसें 

  • Keyword Research
  • URL में Main Keyword
  • Keyword Related Title
  • Use Limited Main Keywords
  • H1, H2 or H3 Tags
  • Images Optimize (less 25kb)
  • Understanding Keyword Stuffing
  • Use External Links
  • Use Internal Links
  • Check Crawl Error
  • Submit URL Inspection
  • Sure Mobile Friendly Site
  • Fix Broken Links
  • Secure your site (HTTPS)

SEO का इस्तेमाल बेहतर तरीके से करने के लिए आपको कुछ जानकारी समझनी होगी जिसको जानने के बाद आप अच्छे से SEO Use कर पाएंगे.

SEO क्यों जरूरी है?

जब आप एक अच्छी वेबसाइट क्रिएट करते हैं, अच्छी जानकारी (High Quality Contents) Provide करते हैं, तो भी यदि आपका ब्लॉग पोपुलर नही हो पाता तो समझो आपने SEO का इस्तेमाल नहीं किया, क्योंकि बिना SEO के अपनी साईट Search Engine में Optimize नहीं हो पाती. भावार्थ आपकी साईट का किसी को कोई फायदा नहीं हुआ.

बिना SEO के आपकी साईट से related keywords सर्च करने पर भी कोई यूजर आपकी साईट नहीं access कर पायेगा, search engine हमारी साईट को ढूढने में सक्षम नहीं हो सकता, और न ही robots हमारी साईट को अपने Database में स्टोर कर पाएंगे. यानी बिना SEO के organic traffic नहीं आ सकती. Visitor's बढ़ाने के लिए हमें SEO का इस्तेमाल करना आवश्यक है.

यदि आप चाहते हैं, आपकी साईट की value search engine में बढे तो, SEO जरूरी है, देखा जाए SEO एक सिंपल सा स्टेप है, यदि आप SEO सीख लेते हैं तो आप आसानी अपने blog की value search engine में बढ़ा सकते हैं. SEO के results धीरे धीरे पता चलते है. बस आपने अपने ब्लॉग में seo friendly posts लिखनी हैं, और आगे बढ़ना है. जैसे- जैसे समय पड़ता जायेगा आपको आपकी मेहनत का नतीजा दिखेगा.

आपने अब तक समझा है, Search Engine Optimize, Ranking, Organic traffic के लिए SEO क्यों जरूरी है, अब SEO Important बिन्दुओं पर ध्यान देते हैं. ये आपके लिए समझने बेहद जरूरी हैं.

  • Internet पर Search Engine का काम लोगों के सवालों के जवाब ढूढना, या किसी वास्तु विशेष के बारे में जानकारी उपलब्ध करना ही होता है, ज्यादातर Users Search Engine के प्रथम जवाब(Top Results) को एहमियत देते हैं. यदि आप चाहते हैं, आपकी जानकारी Top Results में आये तो आपको अपने ब्लॉग की पोस्ट को रैंक करना होगा तो बिना SEO की मदद के impossible है. 
  • SEO की मदद से जब आपकी पोस्ट रैंक होगी, तो Organic traffic भी बढ़ेगी इससे user experience बढ़ने में मदद मिलती है, वेबसाइट/ब्लॉग की usability की position अच्छी होती है. SEO के द्वारा मात्र पोस्ट रैंक करना ही नहीं बल्कि आपकी SEO practices से users भी प्रभावित होते हैं.
  • SEO के द्वारा पोस्ट को Rank करने के बाद visitors का विश्वास(visitor trust) बढ़ता है, इससे साईट का high trust होना लाजिमी है, जिससे heavy traffic बनता है.
  • SEO की मदद से Organic traffic बढती है, तो शेयर्स ज्यादा बढ़ जाता है, जिससे social media में High Promotion होती है, ज्यादातर users Facebook, twitter, WhatsApp जैसे social media पर ही जानकारी शेयर करते हैं, इसी लिए social promotion के लिए भी SEO जरूरी है.
  • SEO सर्च इंजन में competition winner होने में बहुत बढ़ा योगदान देता है. एक सी जानकारी प्रोविडे करने वाली दो websites में Powerful  SEO winner जिसकी website SEO Optimized है, वह seo winner घोषित होकर प्रथम स्थान यानि featured snippets में पहुँच जाता है.

SEO कितने प्रकार के होते हैं?

SEO किस तरह का होता है, इसके कितने प्रकार हैं, ये अभी तक समझ पाना मुश्किल है लेकिन 2 तरह के प्रावधान है जो प्रचलित हैं.

  1. On Page SEO
  2. Off Page SEO

On Page SEO उसे कहा जाता है, जिस Website या Blog में SEO Friendly नियम अनुसार Design किया गया हो. अपनी Website/Blog में Keywords से related posts लिखना, जो सबसे ज्यादा Search किये जाते हों. आपका Keyword Related Niche होना आवश्यक है. contents लिखते समय Title, Meta description और Contents को Keywords से related लिखना ताकि Google Search Engine के bots को समझने में आसानी हो, जिससे आपकी traffic heavy होती है. SEO Friendly Post में Trend keywords की मदद से आपका Post Rank करेगा. On Page SEO कैसे किया जाता है, आगे समझें.

On Page SEO कैसे करें?

On Page SEO के लिए तीन जरूरी पड़ाव हैं?

  1. Performance
  2. Accessibility
  3. Best Practices
  • Performance (Website Speed) आपकी साईट के लिए बेहद जरूरी बिंदु है, क्योंकि जानकारी के अनुसार प्रत्येक Visitor 5 से 6 sec.  तक तक ही किसी साईट के पेज पर रहता है, यदि इसी समय के वीच आपकी साईट के पेज full load नहीं हो पाते तो Users Migrate हो जाते हैं. इसी लिए जरूरी है आपकी High Speed Site हो. ज्यादा से ज्यादा Negative बिंदु अपनी साईट से remove कीजिए क्योंकि इनसे Negative Signal की आशंका बढ़ जाती है, जिसके कारण Google आदि आपकी Site को Ignore कर देंगे.
  • Accessibility की मदद से आपको ये पता चलता है, कि Visitors को आपकी साईट तक न पहुंच पाने में क्या मुश्किल है, ज्यादातर JavaScript या Plugins जो हम अपनी साईट को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं, यही हमारी साईट पर visitors के लिए मुश्किल बन जाते हैं, इन्हें अपनी साईट से Remove कीजिए.
  • Best Practices की मदद से हमें ये ज्ञात होता है, कि हमारी साईट Visitor के लिए कितनी सेफ है, या इस में क्या ऐसा है जिसकी वजह से Heavy Site महसूस हो रही है. इससे हमें ये भी पता चलता है कि हमें Best Practice में किन बदलावों की आवश्यकता है.
On Page SEO में जरूरी सुझाव
  • Navigation: इसकी मदद Users आसानी से ये जान पाते हैं, कि आपकी Site किन-किन विषयों पर जानकारी provide करती है, Google जैसे Search Bots को भी इसके माध्यम से पता चलता है, कि आपकी साईट में कहाँ पर क्या रक्खा है. इससे एक Page से दूसरी जगह जाना आसान है.
  • Title Tag : ये आपके लिए बेहद जरूरी बिंदु है, इसे काफी समझदारी के साथ लिखना चाहिए. क्योंकि Title Tag को पढ़ कर ही Visitors आगे बढ़ते हैं, इसके लिए Keywords का सहारा लेना चाहिए. Title Tag की Maximum Length 64 Word की होनी चाहिए.
  • Post URL : जितना हो सके Post URL उतना ही छोटा रखें, इस में Title से related शब्द ही लिखने चाहिए, ताकि Google Bots का trust बन सके.
  • Internal Link : पोस्ट लिखते समय जिस शब्द से सबंधित जानकारी आपके ब्लॉग पर उपलब्ध है, उसे Internal Link कीजिए, इससे SEO के चांस अधिक होते हैं. Interlinking से linked pages आसानी से रैंक हो जाते हैं.
  • Alt Tag : पोस्ट में image डालते समय Alt Tag लगाना, seo rules के अंतर्गत ही आता है, टाइटल से सबंधित words का इस्तेमाल करें, या जानकारी से सबंधित अन्य keywords research कीजिए. Images के माध्यम से Organic Traffic बढ़ने में मद्दद मिलती है.
इन सब के बाद मूलरूप से जो जरूरी है, उन्हे समझे
  1. Heading : Publishers को चाहिए कि वो heading पर ज्यादा focus दे, मैंने पहले भी आपको बताया Heading काफी सूझ बूझ के बाद select करना चाहिए, इसके लिए focus keyword का इस्तेमाल लिए बेहद बढ़िया है. प्रत्येक article का Heading <h1> होता है, इसे Major Heading भी कहा जाता है, इसके बाद Sub-Heading <h2> या <h3> होता है. 
  2. Keywords : आज Paid Keywords का काफी चलन है, लेकिन आप Article लिखते समय छोटे और सबंधित keywords ही चुने keywords ढूढने के लिए Top Keyword Research Tools जैसे Google Keywords Planner, Bing Keywords Research आदि का सहारा ले सकते हैं, ज्यादातर Similar या related keyword का ही इस्तेमाल करें.
  3. Content :  ये ब्लॉग्गिंग के क्षेत्र में सबसे महत्व पूर्ण बिंदु है, Site Valuation के लिए Valuable Contents provide करें, आपकी पोस्ट में जितने ज्यादा contents होगी उतनी ही उसकी value होगी. प्रत्येक विषय को विस्तार से समझायें 

Off-Page SEO क्या है?

आपनी साईट की Social Media आदि की मदद से Promotion करना Off-Page SEO कहलाता है. ऑफ पेज सीयो के नाम से ही पता चलता है, कि Off Page SEO क्या है, जब आप अपने ब्लॉग की जानकारी किसी social media पर शेयर करते हैं, या WhatsApp द्वारा ग्रुप में शेयर करते हैं, तब आप ऑफ पेज SEO पर काम कर रहे होते हैं, आज कल Backlinks के प्रति Bloggers का काफी झुकाव् है, दूसरे Popular Blogs में जाकर किसी article पर कमेंट करना, और उसमे अपने ब्लॉग का यूआरएल लिंक करना, इसे Backlinks कहा जाता है. और ये Off Page SEO के अंतर्गत आता है. परन्तु मेरे हिसाब से ये ज्यादा कारगर नहीं होता, क्योंकि Invalid links समझ कर इन्हें remove कर दिया जाता है.

Social Promotion: अपने ब्लॉग के Off Page SEO पर काम करने के लिए ज्यादातर Social Media जैसे Facebook, twitter, LinkedIn, Pinterest  का सहारा लेना चाहिए क्योंकि इनमे काफी फीचर्स होने के कारण आसानी से अपनी साईट या अपने ब्लॉग को प्रोमोट कर सकते हैं, जैसे Facebook Page बनाना आदि, Social Media की मदद से आपके Blog को सर्च इंजन में इंडेक्स होने में आसानी होती है. 

Off Page SEO कैसे करें?

Off Page SEO बहुत आसान है, इसके लिए आप अपनी जानकारी अनुसार भी ट्रिक्स इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन कुछ ट्रिक्स नीचे बताये गये हैं, जिनकी मदद से आपको समझने में आसानी होगी.

#1. अपनी साईट को Google Analytics, Google Search Console (Google Webmaster), Bing Webmaster, Pinterest, SEMrush आदि सभी Search Engines और SEO Services Providers के साथ जोड़ें.

#2. अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के पेज या पोस्ट को High PR Social Bookmarking Sites के साथ जोड़ें, जैसे Reddit, Mix, Scoop.it, Bizsugar आदि ये इस लिए जरूरी है क्योंकि Search Engine: Google, Bing, Yahoo आदि में अपनी वेबसाइट या ब्लॉग पोस्ट को इंडेक्स करने का सबसे तेज़ तरीका है बुकमार्क करना। Reddit आदि बताई गयी साइट्स High PR हैं, इनकी मदद से आपको उच्च गुणवत्ता बाले Backlinks मिलेंगे, जो valid होंगे.

#3. Guest Post के भी SEO के लिए काफी लाभ हैं, पोपुलर साइट्स में जाकर Guest Post से रैंक करने में मदद मिलती है, इसके लिए आपको कुछ बेहतरीन साइट्स की खोज करनी होती है.

#4. Question & Answer : कुछ ऐसे साइट्स भी मौजूद हैं, जिन्ह पर प्रश्न किये जाते हैं, जैसे Quora. जानकार बेहतर तरीके से उनका उत्तर देते हैं, ऐसी साइट्स में प्रश्न करें, और सन्दर्भ में अपने ब्लॉग या अपनी साईट के पेज या पोस्ट के यूआरएल को जोड़ें इससे भी आपको रैंक में मदद मिलेगी.

#5. Advertise : आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट के लिए विज्ञापन भी दे सकते हैं, इन्टरनेट पर बहुत सी ऐसे साइट्स हैं, जिनके माध्यम से हम फ्री में विज्ञापन दे कर अपनी साईट की High Value कर सकते हैं.

SEO और SEM में क्या भेद है?

  • SEO या Search Engine Optimization एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा Publisher अपने Blog या Website को कुछ इस प्रकार से optimize करता है कि जिससे वो साइट्स के Pages में दी गयी जानकारी को Search Engine में लोगों के लिए सबसे पहले उपलब्ध कर सके और अपनी साईट पर organic traffic ला सके.

  • SEM या Search Engine Marketing एक ऐसी तकनीक है, जिसके द्वारा मार्केटिंग की जाती है, इसमें ज्यादातर Paid Promotion होती है, किसी प्रोडक्ट को बेचने के लिए Advertisement का सहारा लेना. SEO Optimize की वजह से इसमें Free Traffic भी ली जा सकती है, परन्तु Sponsored PPC advertising के माध्यम से Search Engine Optimize में better ranking प्राप्त कर लेते हैं. 

Basic SEO क्या है?

Basic SEO क्या है? ये न जानते हुए भी कुछ Bloggers इसका उपयोग करते हैं, जिससे उनको कुछ हद तक organic traffic मिल जाती है, लेकिन वो ये नहीं समझ पाते है कि उनकी ज्यादा पोपुलर पोस्ट के पीछे का राज क्या है, तो चलिए अब Basic SEO के बारे में जानते हैं?

  • Backlink: basically Backlink दो प्रकार के होते हैं 1.Dofollow Backlinks और 2.Nofollow Backlinks Dofollow Backlink को Juicy links भी कहा जाता है. Dofollow links किसी भी वेबसाइट की SERP यानि कि Search Engine Ranking Position को बढाने में मददगार होते है. वहीँ Nofollow Backlinks सर्च इंजन में index नहीं होते है. जब google या सर्च इंजन का robot किसी वेबसाइट पर विजिट करता है तो nofollow का टैग robot को उस लिंक को index करने से रोक देता है जो nofollow backlinks होते है.
  • PageRank (PR): PageRank एक algorithm है जिसे की Google द्वारा बनाया गया है ये अनुमान लगाने लिए की Web में कौन सी Relative important pages हैं. पेज रैंक गूगल के फाउंडरों Larry Page और Sergey Brin के द्वारा बनाई गई एक Matric है जिसके आधार पर वे किसी वेबसाइट की linking authority को मापते हैं
  • Anchor text:  Anchor text hyperlinks के visible और clickable text को कहा जाता है. यदि आपके Anchor Text में आपका Keyword मौजूद है तो ये आपको SEO के दृष्टी से भी काफी मदद करेगा. Anchor text का Table of content में ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है.
  • Title Tag: Title tag एक On Page SEO का ही हिस्सा है। Title Tag मुख्य रूप से किसी भी Web Page का Title होता है और ये Google’s Search Algorithm के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण factor है.
  • Meta Tags:  मेटा टैग html के एक element होते है जो सर्च इंजन को पेज के कंटेंट के बारे में बताते है। वेब पेज इंटरनेट पर पब्लिश होते ही सर्च इंजन crawler उन Pages को crawl करते है और crawl करते वक़्त इन्ही meta tag से पेज के content को समझते है और इसके अनुसार इंडेक्स करते है।
  • Search Algorithm:  Google’s search algorithm एक SEO Process है, Google Search Engine में Spam को filter करने और बेहतर Results दिखाने Google’s search algorithm ही काम करते हैं. इनकी संख्या 200 के लगभग है, जिनमें से Google इसके लिए 4 तरीके इस्तेमाल करता है। Crawling Web Pages, Analyze Page Contents, Store in the Content, Filter (by Ranking Algorithms).
  • SERP (Search Engine Results Page): ये उन्ही pages को show करता है जो की Google Search Engines के हिसाब से Relevant हों जिनमे Rich Snippet, Paid Result, Universal Result (Organic Result) भी शामिल हैं.
  • Keyword Density: आपने अपनी कंटेंट में में कितनी बार targeted keyword उपयोग किया है, ये Keyword Density से ये पता चलता है. Keyword Density SEO की दृष्टी से काफी महत्वपूर्ण है. यदि किसी ब्लॉग पोस्ट में 700 शब्द हैं और 7 बार कीवर्ड का उपयोग किया है, तो इसका मतलब है कि आर्टिकल में Keyword Density 1% है।
  • Keyword Stuffing: जब हम keyword को अपने content में एक लिमिट में use करते हैं तो वो एक perfect search engine optimization होता है, लेकिन अगर कोई Keyword को जरुरत से ज्यादा use किया जाये तो उसे Keyword Stuffing कहते हैं. ये Negative SEO कहलाता हैं क्यूंकि इससे आपके Blog पर ख़राब असर पड़ता है.
  • Robots.txt:  Robots.txt file एक छोटा सा Text फ़ाइल होता है जो आपके साइट के Root folder में रहता है। यह सर्च इंजन Bots को बताता है कि साइट के किस भाग को Crawl और Index करना है और किस भाग को नहीं।

Organic results और inorganic results क्या होते हैं?

SERP (Search Engine Result Page) पर मुख्य रूप से दो तरह की listings होती हैं 

  1. Organic
  2. Inorganic
  • Organic results listing : यानि बिना किसी कीमत के SERP (Search Engine Result Page) के टॉप में आना, जिसके लिए SEO ( Search Engine Optimization) आवश्यक है.
  • Inorganic results listing : इसमें भुगतान के माध्यम से Sponsored होकर  SERP (Search Engine Result Page) पर आना है, ये प्रक्रिया पेड है.

Type of SEO Techniques

SEO Techniques दो प्रकार की होती है। जिन्हें आपके लिए समझना बहुत जरूरी है। अगर आप इन्हें नही समझते तो आप traffic increase करने की जगह अपनी website low value में ले जा सकते हैं.

  1. White hat SEO
  2. Black hat SEO

White hat SEO क्या है?

जब आप अपनी website के लिए natural way से search engine optimization और link building करते है तो उसे white hat SEO कहते है। Popular Blogs और Best Blogger's इसी Technique का इस्तेमाल करते है यह आपकी website के लिए बहुत अच्छे होते है। इसे website की value बढ़ने के साथ traffic भी increase होती है।

Black hat SEO क्या है?

जब किसी website को google में rank करने के लिए search engine की guidelines follow नही की जाती उसे Black hat SEO कहते है। इसके इस्तेमाल से website पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

Basic SEO Terms और उनके Meanings

  • आप अपने “Blog post Content Quality for SEO” पर ध्यान दें !
  • Title tag को Optimize करें
  • Heading tag H1, H2, H3, h4 use करें 
  • आपके Content की Length phera पर 10 words से लेकर 20 हो
  • Blog post के लिए SEO Friendly, URL होना चाहिए
  • अपनी Images को Optimise करें 20 से 40,50 Kb, images हो. And alt tag use करे “Google”, Bing, Yahoo Search Engine optimisation के लिए
  • Long Tail Keywords का उपयोग करें blog के लिए.
  • Post लिखने से पहले Keyword Research एक बार जरूर करे!
  • On Page SEO को अच्छे से समझें
  • Keyword density Stuffing ना करे.
  • Off Page SEO पर अधिक ध्यान दीजिए.
  • LSI keywords को समझे, शोर्ट के लिए इस्तेमाल कीजिए.

Advanced search operators

advances google search operates SEO के लिए काफी महत्वपूर्ण है.
  • all page indexing information.
  • allintitle:
  • Intitle.
  • Inurl:
  • Allintext:
  • Text: Keyowrds
  • Inposttitle:
  • Allinurl:
  • filetype:

SEO क्या है, इसे कैसे इस्तेमाल करें? इसे लेकर अब आपके सारे doubts ख़त्म हो चुके होंगे, दोस्तों आप इसे इस्तेमाल करने के लिए अपने दिमाग अनुसार ट्रिक्स use कर सकते हैं. बस आपको SEO Updates से जुड़े रहना होगा ताकि परिवर्तन का आपको पता चल सके. यदि आप किसी जानकारी को गूगल में सर्च करते हैं, और वो Rank No. 1 है, उसे ध्यान पूर्वक देखे कि उस पोस्ट में SEO का कैसे इस्तेमाल किया गया है. इससे आप को SEO(Search Engine Optimization) बारे में अधिक जानने और समझने की जानकारी मिलेगी.

तो आप पूरी तरह से समझ चुके हैं, कि SEO (Search Engine Optimization) यह एक ऐसी technique है जिससे हम अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के कंटेंट को optimize करके सर्च इंजन पर किसी keyword के लिए Top Position पर Rank करा सकते हैं।

यदि किसी बात को लेकर अभी भी आपके मन में doubt है, आप Comment में बता सकते हैं ताकि हम अपनी कमियों में सुधार कर सकें. और हाँ, यदि वास्तव में ये जानकारी आपके लिए helpful है, तो इसे social media में भी शेयर कीजिए. 

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