What is blogger? how do start it | Hindi Tutorial

What is blogger? how do start it | Hindi Tutorial

ब्लॉगर को लेकर इन्टरनेट पर बहुत जानकारी उपलब्ध है, प्रत्येक जानकारी दूसरी जानकारी से भिन्न है. आज हम इस विषय पर जानकारी लेकर आये हैं, कि What is blogger? how do start it (ब्लॉगर क्या है? इसकी शुरुआत कैसे करें.). ब्लॉगर गूगल की फ्री सर्विस है, जिसके माध्यम से आप अपने द्वारा अर्जित की जानकारी दूसरों के साथ शेयर का सकते है, साथ ही ब्लॉगर में आप अपन अच्छा Career भी बना सकते हैं.

What is blogger?

ब्लॉगर एक फ्री प्लेटफार्म है, इसे 23 August 1999 को Pyra Labs द्वारा लांच किया गया था, 2003 में इसे गूगल ने खरीद लिया था. ब्लॉगर में आप बहुत कम समय में एक नया ब्लॉग बनाकर जानकारी साँझा कर सकते हैं, साथ ही इससे अच्छी खासी इनकम भी पैदा कर सकते हैं, ब्लॉगर blogspot.com द्वारा होस्ट किया जाता है, जिसके Sub-Domain के रूप में आपको एक नया ब्लॉग प्रदान किया जाता है. ये सर्विस विल्कुल फ्री है, इसमें कभी भी किसी तरह का Charges नही देना होता.

How do start it?

दोस्तो यदि आप ब्लॉगर शुरू करना चाहते हैं, तो बहुत अच्छी बात है आपको शुभकामनायें, लेकिन ब्लॉगर शुरू करने से पहले आपको थोड़ी जानकारी जरूरी है, ताकि आप आगे ब्लॉगर में अपना Career बना सकें. ब्लॉगर शुरू करने से पहले इससे दी जाने वाली सेवाओं को समझना चाहिए. हम किस विषय Niche पर ब्लॉगर शुरू करना चाहते हैं इसके बारे में जानकारी चाहिए, Niche से सबंधित जानकारी की समग्री उपलब्ध हो आदि.

सबसे पहले आप Blogger के Main Page पर जाएँ, गूगल अकाउंट द्वारा sign up करें, इसके बाद अपने ब्लॉग का नाम choose करें, और URL यानि अपने ब्लॉग का address स्थापित करें.

  1. Go to blogger.com
  2. Sign up (required Google Account)
  3. Setup Blog Name example: (Hindi Blog)
  4. Set Blog URL example: (example.blogspot.com)
इस तरह आप ब्लॉगर create करने के बाद, अपने ब्लॉग की सेटिंग करें, ब्लॉगर की सेटिंग में सबसे पहले एक Logo बनाएं जो आपके ब्लॉग नेम से मैच करता हो, उसके बाद ब्लॉगर की सेटिंग में जाकर डिस्क्रिप्शन में अपने ब्लॉग उपलब्ध होने वाली समग्री की जानकारी दें (डिस्क्रिप्शन शोर्ट होता है, कुछ शब्दों में अपने ब्लॉग की जानकारी देना आदि) इसके बाद ब्लॉगर की ही सेटिंग में Country और टाइम की सेटिंग करें, ये कुछ चुनिन्दा सेटिंग्स है, अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट को पढ़ें.

How do create a blogger post?

Blogger में पोस्ट लिखने के लिए SEO की जानकारी जरूरी है, ताकि आप ब्लॉगर की पहली पोस्ट से रैंक करना शुरू करदें, रैंक के फायदे में आपके ब्लॉग को Google search engine में अच्छी ट्रैफिक मिलेगी जिससे चलते आपका ब्लॉग पोपुलर होगा, SEO फ्रेंडली पोस्ट लिखने के लिए कम से कम आपकी पोस्ट में 1000 अक्षरों से ज्यादा का कंटेंट हो, और जानकारी उसी से सबंधित हो जो आपकी पोस्ट का टाइटल है. ब्लॉगर में पोस्ट लिखने के लिए ब्लॉगर के डैशबोर्ड में जाएँ, पोस्ट पर क्लिक कीजिए साइड पर Create Post बटन पर क्लिक कीजिए. 

  1. Title
  2. Content
  3. Label
  4. Permalink
  5. Location
  6. Search Description

What is Title?

Title का भावार्थ है, जिस विषय पर आप जानकारी दे रहे हैं, उसे शोर्ट में दर्शाना या ये जानकारी किस विषय पर दी जा रही है, आदि. दोस्तों आपकी Post Title का बहुत महत्व है, क्योंकि इसी की वजह से आपके समर्थक बनते है. Title को बहुत सूझबूझ के साथ चुनना चाहिए. ज्यादा तर टाइटल में चार शब्द लगभग सामान होते हैं.

  1. What is
  2. Why is
  3. How does/do
  4. How to
ये चार तरह के शब्द Title में इस्तेमाल किये जाते हैं, क्योंकि Title में (क्या, क्यों, कैसे, किस तरह ) आदि ही उचित वर्ण हैं, इससे ये प्रतीत होता है Post किस विषय वास्तु से सबन्धित है. यदि आप SEO की जानकारी रखते हैं, तो आपको ज्ञात होगा की Title में ज्यादातर Keywords का इस्तेमाल किया जाता है. Keywords की मदद से आपकी पोस्ट Search Engine में जल्दी से Rank करने लगती है. आप समझ गए होंगे की ब्लॉग पोस्ट में Title का क्या महत्त्व है. 

What is content?

Tip: Content-something that is to be expressed through some medium, as speech, writing or any of various arts

Title में जिस जानकारी को बताया गया है, उसे विस्तार से समझाना ही Content है, आप जिसे अभी पढ़ रहे हैं ये भी कंटेंट ही है, Content की कोई सीमा नही है, ये बहुत आगे तक जा सकते हैं, जबकि Title की सीमा तय है. कंटेंट में ज्यादातर स्पेलिंग्स का ध्यान रखना जरूरी है. ताकि आपके रीडर्स पढने में मुश्किलों से न झुझें. Content आपकी कला को दर्शाता है, ये कई तरह का हो सकता है, लेकिन ब्लॉगर में लेखन ही Content है. अपनी सामग्री में स्पष्ट रूप से प्रश्नों के उत्तर दें। सुनिश्चित करें कि प्रश्न का उत्तर सामग्री के आपके पृष्ठ पर स्पष्ट है। 

Clearly answer questions in your content. प्रश्न को एक सबहेडिंग में प्रस्तुत करें (<h2> मार्कअप के साथ), और नीचे दिए गए पाठ में इसका उत्तर दें (<p> मार्कअप के साथ)। फिर जानकारी प्रदान करने के लिए बाकी लेख का उपयोग करें। संबंधित Keyword खोजें और उन्हें उस प्रश्न को पुष्ट करने के लिए अपनी सामग्री में शामिल करें जिसका आप जवाब दे रहा है।

  • Format information in a list. To increase your chances of showing as a list featured snippet, outline your content in a list format. Use subheading tags (<h2>) for items in the list to help search engines read and understand the content.
  • Use a table structure. To increase your chances of showing as a table feature snippet, structure your content in a table format. Create charts in your content using appropriate table tags (<table>).
  • Utilize strong on-page SEO. Content that shows as featured snippets in search is typically pulled from pages that already have a high organic search ranking. So use on-page keyword optimization and best practices for SEO to boost the page’s natural rankings.
  • Show that the page is authoritative. Another way to improve a page’s organic search ranking is by acquiring high-quality backlinks that send authority signals to Google and show that the page is a valuable search result.
  • Fill the page with high-quality images. Featured snippets often include an image in the content box. There is no way to tell Google which image should appear here, so aim to use high-quality images on your page to give Google the best graphics options for a featured snippet. Your readers will appreciate it too!
  • Don’t worry about schema markup. There is often a misconception that featured snippets in search are tied to schema markup. But research shows that the two do not impact each other. So don’t stress about implementing a schema strategy if your goal is to show as a featured snippet

What is label in blogger?

should use labels in your Blog post to categorize them. Because categories help the user to find the article and topic that they want to read.

ब्लॉगर में एक Label का उपयोग यह इंगित करने के लिए किया जाता है कि आपकी पोस्ट किस श्रेणी (Category) की है। यह ब्लॉगर को आपके ब्लॉग पोस्ट को वर्गीकृत करने में मदद करता है। साथ ही लेबल उन विषयों की व्याख्या करने के लिए Google जैसे Search Engines की सहायता करते हैं जो आपके ब्लॉग को अपने Search Engine में स्थान देते हैं. जब आप किसी पोस्ट को Label के साथ जोड़तें हैं, तो उस पोस्ट के नीचे आपके पाठकों को वह मिल जाता है जिसकी उन्हें तलाश है। ब्लॉगर पर, श्रेणियों को लेबल कहा जाता है। जब भी आप पोस्ट बनाते हैं, दाईं ओर पोस्ट एडिटर में, आपके पास उस पोस्ट पर लेबल जोड़ने का विकल्प होता है.

What is permalink?

permalink आपके द्वारा लिखी जा रही पोस्ट का सटीक यूआरएल होता है, ये दो प्रकार का होता है, Automatic permalink और Custom permalinkAutomatic permalink लिंक आपके टाइटल की हिसाब से क्रिएट होता है, जबकि Custom permalink को आप अपने हिसाब से सेट कर सकते हैं, permalink का भी अपना महत्व है, इसके माध्यम से Search Engine आपके ब्लॉग पर उपलब्ध जानकारी का सही पता लगा कर उसे रिजल्ट्स में index करता है, इसी लिए जरूरी है आप अपनी पोस्ट को Custom permalink प्रदान करें.

What is Location?

Locationनाम से ही आप समझ चुके होंगे कि इसमें जगह की जानकारी होती है, सही समझे Location में आप ये बता सकते हैं, कि इस जानकारी की ज्यादा जरूरत किस जगह को है या ये जानकारी किस जगह से सबन्धित है. इस Option का इस्तेमाल News Blog में किया जाता है.

What Search Description?

Search Description, Search Engine में आपकी पोस्ट में लिखे Contents की शोर्ट में जानकारी प्रदान करता है, इससे आप को Post Rank करने में भी मदद मिलती है, ब्लॉगर में दो तरह के Description हैं, एक Blog Description और दूसरा Meta Description. ब्लॉगर का विवरण शोर्ट में देना Blog Decription कहलाता है, पोस्ट का विवरण शोर्ट में देना Meta Description कहलाता है. आपको चाहिए की आप इस दोनों विकल्पों को इस्तेमाल करें ताकि आपका ब्लॉग उच्चता को प्राप्त हो.

  1. Blog Description ( आपके ब्लॉग का डिस्क्रिप्शन)
  2. Meta Description ( आपकी पोस्ट का डिस्क्रिप्शन)
ब्लॉगर की पोस्ट से सबन्धित जानकारी आप समझ चुके हैं, इसके बाद आप ब्लॉगर के Layout के बारे में समझें, ब्लॉगर के Layout में हम Columns को हैंडल कर सकते हैं. इसके लिया पहले आप सुनिचित कीजिए के आप अपने ब्लॉगर में कैसे Template इस्तेमाल करना चाहते है, कुछ चुनिन्दा Templates गूगल हमे provide करता है, जिसकी मदद स हम अपने ब्लॉग को अलग-अलग Look दे सकते हैं, इसके अतिरिक्त बहुत सी ऐसी साइट्स हैं, यहाँ से हम अपने ब्लॉग के लिए बेहद सुन्दर टेम्पलेट डाउनलोड कर सकते हैं, लेकिन ज्यादा तर बाहर से हमे पेड टेम्पलेट प्रदान किये जाते हैं, फ्री वर्शन में कुछ सुविधाएँ हमें नही दी जाती. टेम्पलेट Provide करने वाली कुछ साइट्स हैं, जिनके माध्यम से आप अपने ब्लॉगर के लिया टेम्पलेट डाउनलोड कर सकते हैं.

  • Theme Option (Template से सबन्धित विकल्प)
  • Header Area (Logo और Menu से सबन्धित विकल्प)
  • Content Area (Post से सबन्धित विकल्प)
  • Sidebar (Left या Right Column से सबन्धित विकल्प)
  • Footer Area (Copyright या Footer Menu से सबंधित विकल्प)
Layout में जाकर हम ऊपर दिए विकल्पों अनुसार उनकी सेटिंग कर सकते हैं, साथ ही नया एलिमेंट भी इनमे जोड़ सकते हैं आदि.

What ways to make money as a blogger?

ये सब जानने के बाद बात आती है, Earning की, दोस्तों एक कहावत है पहले Learning उसके बाद L हटा दो यानि Earning, ये तभी संभव है, जब आपके Learning है. वैसे तो ब्लॉगर के माध्यम से कमाई के कई साधन हैं, जैसे :

  • Use affiliate marketing on your blog.
  • Add banner adverts to your blog
  • Write advertorials and sponsored content
  • Charge for sponsored social media posts
  • Write guest blog posts for media outlets
  • Work with an agency to build your blog
  • Sell digital products on your blog
  • Sell your blog's newsletter space
  • Get employers' attention as a blogger
और सबसे अच्छा और शानदार तरीका है, अपना Blog Monetize करना, यानि Advertise दिखाने के लिए Google आदि Advertisement प्लेटफॉर्म्स को अनुमति देना. Google AdSense की मदद से हम काफी धन अर्जित कर सकते हैं, बात ये है, जब आप अपने ब्लॉग को समय देने लगते हैं, यानि ज्यादा से ज्यादा जानकारी पोस्ट करते हैं, तो आपके ब्लॉग पर लोग आने शुरू हो जाते हैं. इसे Traffic भी कहा जाता है. Heavy Traffic से विज्ञापनों को दर्शक मिलते हैं, जिन्ह में से कुछ लोग उनके कस्टमर भी बन जाते है, इसी माध्यम से आपको कमाई होती है. तो हम Google AdSense के लिए अनुमोदन कर सकते हैं. ब्लॉगर में इसके लिए Earning टेब अलग से दी गयी है, यहाँ से आप अपने ब्लॉग की eligibility के अनुसार अनुमोदन कर सकते हैं.

What is blog eligibility?

Google AdSense की पॉलिसीस में सख्त कानूनों का हवाला देकर अनुमोदन स्वीकार किया जाता है, इसके लिए हमें Google AdSense नीतिओं को समझना जरूरी हो जाता है. यदि हमारे ब्लॉग में Google AdSense की नीतिओं का उलंघन पाया जाता है, तो हमारे ब्लॉग को AdSense में अस्वीकार कर दिया जाता है. इसी लिए यदि आप चाहते हैं की आपका ब्लॉग Google AdSense नीतिओं पर खरा उतरे उसके लिए आपको Google AdSense Policy जान लेनी चाहिए. 

उदाहरन:

  • कॉन्टेंट की स्ट्रीमिंग या डाउनलोड के लिए झूठे दावे
  • ऐसे कॉन्टेंट से लिंक करना जो मौजूद नहीं है
  • उपयोगकर्ताओं को ऐसे वेबपेजों पर रीडायरेक्ट करना जो उनके काम के नहीं हैं या उन्हें गुमराह करते हैं
  • नेविगेशन के ऐसे दूसरे तरीके जिन्हें उपयोगकर्ताओं को गुमराह करने के लिए डिज़ाइन किया गया हो
  • ऐसे पेज जिनमें विज्ञापनों को नेविगेट करने वाली जगहों पर डाला गया हो.
  • Google AdSense नीतिओं के बारे में अधिक जाने Link
जब आपके ब्लॉग पर Google AdSense चलने लग जाती हैं, तो आपको अच्छी खासी Income शुरू हो जाती है, जिसके माध्यम से आप अपने ब्लॉग में करियर भी बना सकते हैं. इस तरह आपका ब्लॉग अच्छी सेटिंग्स के साथ अच्छा काम करेगा, और जल्दी से SEO के सभी चरणों को पूरा करते हुए Popular हो जायेगा.

ब्लॉगर से सबंधित ये जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट में जरूर अपना अनुभव व्यक्त करें, ताकि बेहतर तरीके से अपने ज्ञान अनुसार जानकारी पोस्ट कर सकूं, धन्यवाद.

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